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Fahiyan's Travel to India- फाहियान की भारत यात्रा

Author(s): Jagmohan Verma
Publisher: Siddharth Books
Language: Hindi
Total Pages: 174
Available in: Paperback
Regular price Rs. 250.00
Unit price per

Description

फाहियान एक प्रसिद्ध चीनी यात्री और बौद्ध भिक्षु थे, जिन्होंने चौथी सदी में भारत की यात्रा की। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप में बौद्ध धर्म का अध्ययन और वहां के धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहलुओं को समझना था। फाहियान की यात्रा के विवरण को उनके यात्रा-वृत्तांत "फाहियान की यात्रा" (Record of Buddhist Kingdoms) में पाया जाता है, जो बौद्ध धर्म और भारत के उस समय के समाज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।

फाहियान की यात्रा का समय और मार्ग:

  • समय: फाहियान की यात्रा लगभग 399-414 ईस्वी के बीच हुई थी।
  • मार्ग: वह चीन से निकलकर मध्य एशिया, तुर्किस्तान, अफगानिस्तान होते हुए भारत पहुंचे। उनके यात्रा के दौरान, उन्होंने कई प्रमुख भारतीय नगरों और बौद्ध स्थलों का दौरा किया, जैसे कि पाटलिपुत्र (पटना), काशी (वाराणसी), नालंदा विश्वविद्यालय और कुशीनगर।

भारत में फाहियान का अनुभव:

फाहियान ने भारतीय समाज, संस्कृति और धर्म के बारे में बहुत विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने अपने यात्रा वृतांत में भारतीय बौद्ध धर्म के अनुयायियों के जीवन, उनके आचार-व्यवहार, मंदिरों और साधनों के बारे में उल्लेख किया।

  1. धार्मिक जीवन: फाहियान ने बताया कि भारत में बौद्ध धर्म प्रचलित था और बौद्ध मठों में भिक्षु नियमित रूप से साधना और अध्ययन करते थे। बौद्ध धर्म के अनुयायी सादगी, संयम और शांति के जीवन को अपनाते थे।

  2. सामाजिक जीवन: फाहियान ने भारतीय समाज को बहुत ही विविध और समृद्ध बताया। उन्होंने भारतीय राजतंत्र, समाज की संरचना और न्याय व्यवस्था के बारे में भी विवरण दिया।

  3. भिक्षुओं और मठों का जीवन: फाहियान ने भारतीय मठों के महात्म्य और बौद्ध भिक्षुओं की शिक्षा का भी उल्लेख किया। नालंदा विश्वविद्यालय का उल्लेख विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां वह कुछ समय तक रहे और बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन किया।

फाहियान का भारत में धार्मिक उद्देश्य:

फाहियान का मुख्य उद्देश्य भारत से बौद्ध धर्म के पवित्र ग्रंथों को लाना था। उन्होंने भारतीय बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन किया और उन्हें चीनी भाषा में अनुवाद करने का कार्य किया। उनकी यात्रा बौद्ध धर्म के प्रसार और विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई।

फाहियान की यात्रा से यह भी पता चलता है कि उस समय भारत में धर्म और शिक्षा का बहुत महत्व था। फाहियान का यात्रा विवरण न केवल बौद्ध धर्म के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, बल्कि वह उस समय के भारतीय समाज और संस्कृति के बारे में भी बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है।