खगोल शास्त्र और पौराणिक अवधारणाएँ" नामक पुस्तक सतीश शर्मा द्वारा लिखी गई है। यह पुस्तक खगोल शास्त्र और पौराणिक अवधारणाओं के बीच संबंधों के बारे में है।
खगोल शास्त्र या ज्योतिष विज्ञान भारतीय साहित्य और परंपराओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, और पौराणिक कथाओं में भी खगोल और ज्योतिष के विभिन्न आयामों का उल्लेख होता है। इस पुस्तक में, सतीश शर्मा खगोल और पौराणिक कथाओं के बीच संबंधों को विस्तार से विश्लेषित करते हैं।
यह पुस्तक खगोल और पौराणिक कथाओं के माध्यम से विश्वास को बोध कराती है कि वैज्ञानिक और धार्मिक धारणाओं के बीच संबंध हो सकता है और वे एक-दूसरे को पूरक कर सकते हैं। यह पुस्तक खगोल और पौराणिक अवधारणाओं के संदर्भ में एक अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।