• Yog Bindu- योग बिंदु
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Yog Bindu- योग बिंदु

Author(s): Dr. Jitendra B. Shah
Publisher: Bhogilal Leherchand Institute Of Indology
Language: Sanskrit & Hindi
Total Pages: 306
Available in: Hardbound
Regular price Rs. 840.00
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Description

योग बिंदु (Yoga Points) से तात्पर्य उन विशिष्ट शारीरिक, मानसिक और आत्मिक अवस्थाओं से है जो योगाभ्यास के दौरान प्राप्त की जाती हैं। योग बिंदु से संबंधित विभिन्न पहलू होते हैं, जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान में मदद करते हैं। कुछ मुख्य योग बिंदु निम्नलिखित हैं:

  1. आसन (Asanas): योग की शारीरिक मुद्राएं, जो शरीर की लचीलापन, ताकत, संतुलन और समन्वय को बढ़ाती हैं। यह शरीर को स्वास्थ्य लाभ देने में मदद करती हैं।

  2. प्राणायाम (Pranayama): श्वास-प्रश्वास को नियंत्रित करने के अभ्यास, जो मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है। इसके द्वारा मन को शांत किया जाता है और तनाव कम होता है।

  3. ध्यान (Meditation): मन की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ध्यान एक महत्वपूर्ण योग बिंदु है। यह मानसिक स्थिति को शांत करता है और आत्मज्ञान की ओर मार्गदर्शन करता है।

  4. बंध (Bandhas): शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए विशेष अंगों या मांसपेशियों को कसने की प्रक्रिया, जैसे उदयाना बंध, मुला बंध और जालंधर बंध।

  5. धारणा (Dharana): ध्यान की प्रारंभिक अवस्था, जिसमें एक बिंदु या विचार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

  6. समाधि (Samadhi): योग का अंतिम लक्ष्य, जिसमें व्यक्ति की आत्मा ब्रह्मा या परमात्मा से एकाकार हो जाती है। यह योग के उच्चतम स्तर का बिंदु होता है।

  7. सत्य और अहिंसा (Satya and Ahimsa): योग के नैतिक नियमों में सत्य बोलना और हिंसा से बचना शामिल है, जो जीवन को संतुलित और शांतिपूर्ण बनाते हैं।

  8. चित्त वृति निरोध (Chitta Vritti Nirodh): मन की वृतियों को नियंत्रित करना और शांति की अवस्था में पहुंचना, जो योग का मुख्य उद्देश्य है।