स्कन्द महापुराणम्" (Skanda Purana) एक महत्वपूर्ण प्राचीन भारतीय ग्रंथ है जो हिन्दू धर्म के पुराणों में प्रमुख स्थान रखता है। यह ग्रंथ भगवान स्कन्द (कर्मकांड में स्कन्द या कुमार के रूप में जाने जाते हैं) के संबंध में है और इसमें धार्मिक, दार्शनिक, और सांस्कृतिक विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है।
S.N. Khandelwal द्वारा संपादित "Skanda Purana - Reva Khanda (Vol-V)" संस्करण में विशेष रूप से रेवाखंड (Reva Khanda) पर ध्यान केंद्रित किया गया है। रेवाखंड स्कन्द महापुराण का एक महत्वपूर्ण खंड है, जो विशेष रूप से नदी रेवाघाट (नर्मदा) और उसके पवित्रता के महत्व पर केंद्रित है। इस खंड में नर्मदा नदी के महत्व, इसके पूजन विधियों, और धार्मिक कथाओं का वर्णन किया गया है।
अगर आप इस ग्रंथ के संस्कृत और हिंदी अनुवाद के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो यहाँ कुछ मुख्य बातें ध्यान देने योग्य हैं:
संस्कृत और हिंदी अनुवाद: यह संस्करण संस्कृत मूल ग्रंथ का हिंदी में अनुवाद प्रस्तुत करता है, जिससे पाठक आसानी से समझ सके। हिंदी अनुवाद से ग्रंथ की सामग्री को समझना सरल हो जाता है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो संस्कृत में पारंगत नहीं हैं।
संपादकीय नोट्स: S.N. Khandelwal द्वारा संपादित संस्करण में संपादकीय टिप्पणियाँ और नोट्स हो सकते हैं जो पाठ को बेहतर समझने में मदद करते हैं और विभिन्न संस्करणों के बीच भिन्नताओं की व्याख्या करते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक संदर्भ: रेवाखंड में नर्मदा नदी के धार्मिक महत्व, पूजन विधियों, और संबंधित कथाओं का विस्तार से वर्णन होता है, जो हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
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